


प्रयागराज महाकुंभ में आज बसंत पंचमी के पावन अवसर पर तीसरा अमृत स्नान आयोजित किया जा रहा है। अमृत स्नान को शुभ मुहूर्त में करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इससे व्यक्ति को जीवन के सभी पापों से मुक्ति मिलती है और विभिन्न प्रकार के कष्टों से भी राहत मिलती है।
सीएम योगी ने तीसरे अमृत स्नान के अवसर पर संतों और श्रद्धालुओं को दी शुभकामनाएं
सीएम योगी ने तीसरे अमृत स्नान के अवसर पर संतों, तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के इस विशेष अवसर पर त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक आशीर्वाद और समृद्धि की कामना की। उन्होंने एक एक्स पोस्ट में लिखा, "महाकुंभ 2025 के दौरान बसंत पंचमी के पावन अवसर पर प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर पवित्र अमृत स्नान करने वाले सभी पूज्य संतों, धर्मगुरुओं, अखाड़ों, तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई, और उन्हें आध्यात्मिक पुण्य एवं आशीर्वाद प्राप्त होगा!"
अमृत स्नान का महत्व
हिंदू धर्म में महाकुंभ के दौरान अमृत स्नान का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, महाकुंभ में स्नान करने से व्यक्ति का शरीर शुद्ध होता है, सभी पापों से मुक्ति मिलती है, और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अतिरिक्त, बसंत पंचमी के दिन संगम तट पर अमृत स्नान करने से मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे व्यक्ति के जीवन में खुशहाली बनी रहती है।